हम अब भी जीवन के आखिरी छोर पर भी"वो एक बात" की सार्थकता पर आत्मिक मनन करते हैं। हम अब भी जीवन के आखिरी छोर पर भी"वो एक बात" की सार्थकता पर आत्मिक मनन करते हैं।
आदमी जो बच गया आदमी जो बच गया
आज मैं भावविभोर हो उठी ।यादें रुलाती हैं, एक माँ के गर्भ से तीन बच्चे ,दो चले गये, माटी आज मैं भावविभोर हो उठी ।यादें रुलाती हैं, एक माँ के गर्भ से तीन बच्चे ,दो चले गय...
अपने सपनो को उड़ने दो, जो आप बनना चाहते है वो बनिये और ये कहानी उन माँ बाप के लिए है जो अपने बच्चो को... अपने सपनो को उड़ने दो, जो आप बनना चाहते है वो बनिये और ये कहानी उन माँ बाप के लिए...
फिर भी पीयूष ने हार नही मानी और आंतरिक डिजाइन का कोर्स किया! फिर भी पीयूष ने हार नही मानी और आंतरिक डिजाइन का कोर्स किया!
मेरे ख़्वाबों के दूल्हे बनाम शहनाईयाँ जो बज न सकीं मेरे ख़्वाबों के दूल्हे बनाम शहनाईयाँ जो बज न सकीं